भारत में स्थित मध्यप्रदेश राज्य के Jabalpur ज़िले में स्थित भेड़ाघाट एक बहुत सुंदर जगह है जो अपने सुंदर Waterfall से प्रसिद्ध है। जब बात आती है उसके विशेष जलप्रपातों की, तो Bhedaghat Jabalpur का नाम सबसे पहले उठता है। मध्य प्रदेश के इस सुंदर स्थल पर एक शानदार Waterfall है जो अपनी सुंदरता और ऐतिहासिक महत्व के लिए प्रसिद्ध है। भेड़ाघाट का मतलब होता है “मेंढ़ों का घाट” जो इस जगह की विशेषता को दर्शाता है।आज हम आपको इस जगह के बारे में बताएंगे।
भेड़ाघाट का एक और नाम जिसे हम सभी “धुआंधार” भी कहते है। भेड़ाघाट में स्थित “धुंआधार जलप्रपात” ना केवल जबलपुर के बल्कि मध्यप्रदेश के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक है। इस जलप्रपात में पवित्र नर्मदा नदी की बड़ी जलधारा 30 मीटर की ऊँचाई से नीचे गिरती है और इसकी तेज आवाज बहुत दूर तक सुनाई देती है।
धुंआधार का रहस्य:
धुंआधार दो शब्दों से मिलकर बनता है – धुँआ और धार, जिसका अर्थ है धुयें से बनी धारा। जब जलधारा नीचे गिरता है, तो पानी छोटे-छोटे कणों में बदलकर धुंए के समान दिखलाई देता है। मौसम कितना भी गर्म हो, परंतु जलप्रपात के पास गर्मी का अहसास नहीं होता।
मध्यप्रदेश का दिल, जबलपुर, अपने प्राकृतिक सौंदर्य और प्राचीन ऐतिहासिक महत्व के लिए प्रसिद्ध है। यहां के प्राचीन पारंपरिक मंदिर और प्राचीन घाटों के बावजूद, जबलपुर का प्राकृतिक सौंदर्य भेड़घाट के जलप्रपातों के साथ भी मशहूर है।
Bhedaghat Jabalpur का इतिहास:
भेड़ाघाट का इतिहास बहुत प्राचीन है और इस स्थल को महाभारत काल से जोड़ा जाता है। मान्यता है कि भेड़ाघाट का उल्लेख महाभारत के दौरान हुआ था और इस स्थल का नाम युद्ध से जुड़े एक घाट के रूप में रखा गया था। स्थानीय लोग इसे ‘मेंढ़ों का घाट’ कहकर बुलाते हैं क्योंकि इस जगह में मेंढ़े आसानी से देखे जा सकते हैं।
प्राकृतिक सौंदर्य:
शानदार जलप्रपात भेड़ाघाट की प्रमुख आकर्षणों में से एक हैं। यहाँ से नर्मदा नदी गिरना एक अद्भुत दृश्य है जो लोगों को सोचने पर मजबूर कर देता है। यहाँ Waterfall का उच्चतम बिंदु 100 मीटर से अधिक है, जिससे गिरते हुए पानी की धारा बहुत सुंदर दिखती है। जलप्रपातों की रौंगत और आसपास की प्राकृतिक सुंदरता मिलकर एक सुंदर दर्शनीय स्थान बनाता है। झील से गिरने वाला Waterfall, White Marvel Rocks के साथ, इस स्थान को बेहद सुंदर बनता है। यहां की संगमरमर की चटनी बहुत ही सुंदर है
नर्मदा नदी के किनारे स्थित शानदार MARVEL ROCKS के बीच, BOATING ने यहां के प्राकृतिक सौंदर्य को एक नए दृष्टिकोण से लोगो के सामने प्रस्तुत किया है। नीले आकाश, हरे-भरे पेड़ पौधे, और नदी के साथ बोट का आरामदायक सफर, ये सब मिलकर भेड़ाघाट की शानदारता को और बढ़ा देते हैं। Boating के दौरान यहां के संगमरमर के बीच बने गहरे खाईयों और शैलीयों को देखने का अवसर मिलता है, भेड़ाघाट में बोटिंग प्राकृतिक सौंदर्य को पूरी तरह से अनुभव करने का एक शानदार तरीका है।
Bhedaghat Jabalpur का धुंआधार जलप्रपात और दुधिया सफेद संगमरमरी चट्टानें दुनिया भर में इसको विशेष बनाती हैं। पूर्णिमा की रात में जब चंद्रमा का प्रकाश इन सफेद चट्टानों पर पड़ता है, तो यहाँ की सुंदरता देखने योग्य होती है।
यह भी पढ़े: Imaliya Ghat Jabalpur Hidden Place
भेड़ाघाट एक ऐसा स्थान है जो बहुत सारी प्रमुख फिल्मों के लिए एक पसंदीदा शूटिंग स्थल रहा है। यहां कुछ फिल्मों का नाम है जिनकी शूटिंग भेड़ाघाट में हुई है
- “जिस देश में गंगा बहती है” (1961): इस हिट गाने “ओ बसंती पवन पागल” की शूटिंग भेड़ाघाट में की गई थी।
- “बॉबी” (1973): इस हिंदी फिल्म का क्लाइमेक्स सीन भेड़ाघाट में शूट किया गया था।
- “प्राण जाए पर वचन न जाए” (1974): इस फिल्म का कुछ हिस्से भेड़ाघाट में शूट किए गए थे।
- “अशोका” (2001): इस हिंदी फिल्म के गाने “रात का नशा अभी” की शूटिंग भेड़ाघाट के सफेद संगमरमर परछियों के बीच की गई थी।
- “महाभारत” (2013): इस STAR Plus टीवी सीरीज की शुरुआती किस्सा भेड़ाघाट में हुआ था।
- “मोहेंजो दारो” (2016): इस फिल्म के क्रॉकोडाइल लड़ाई के सीन्स भेड़ाघाट में शूट किए गए थे।
- “रेवा” (2018): इस गुजराती फिल्म के कुछ सीन्स भेड़ाघाट में शूट किए गए थे।
- “डंकी” (2018): इस हिंदी फिल्म के कुछ सीन्स भेड़ाघाट में शूट किए गए थे, जिसमें राजकुमार हिरानी द्वारा निर्देशित और शाहरुख़ ख़ान के साथ।
यह भी पढ़े: Lamheta Ghat Jabalpur
भेड़ाघाट यात्रा / Visiting Bhedaghat
समय / Timing
- Dhuandhar Waterfalls / धुआंधार झरने: सुबह 6:30 से शाम 8:30 बजे तक
- Chausath Yogini Temple / चौसठ योगिनी मंदिर: सुबह 8:00 से शाम 6:00 बजे तक
- Ropeway / रोपवे: सुबह 10:30 से शाम 6:00 बजे तक
- Boating / बोटिंग: सुबह 10:00 से शाम 5:00 बजे तक
Ticket Price
- Parking/पार्किंग: प्रति कार INR 30/–
- Ropeway/रोपवे: प्रति व्यक्ति INR 55/-
- Boating/बोटिंग: प्रति व्यक्ति INR 100/- (जब बोट दी जाती है, तो बोटिंग का समय 1 घंटा है)।
समापन:
यह एक यादगार सफर था जिसने हमें नए दृष्टिकोण प्रदान किया। हमने अपनी सीमाओं को पार किया और दुनिया की सुंदर जगह में से एक का आनंद लिया। मुझे उम्मीद है कि आपको यह Article पसंद आया होगा। अगर आपको यह जानकारी अच्छी लगी तो आप हमारे पेज को Subscribe करें या कोई (Comment) हो तो नीचे करें।