Gorighat Jabalpur – गौरीघाट जबलपुर

भारत में स्थित मध्यप्रदेश राज्य के Jabalpur ज़िले में स्थित Gorighat jabalpur की बहुत सुंदर जगह है। जबलपुर जो अपने इतिहास और प्राचीन जगह के लिए प्रसिद्ध है। जबलपुर जिसका एक और नाम “संस्कारधानी” है, जिसे “संस्कृति की नगरी” कहा जाता है। यह राज्य का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यहां का एक विशेष स्थान है, जिसे ‘गौरीघाट’ कहा जाता है, जो अपनी प्राचीनता और रहस्यमयता के लिए प्रसिद्ध है। आज हम Jabalpur Explore Blog के माध्यम से गौरीघाट के विषय में चर्चा करेंगे और जानेंगे कि यह क्यों एक विशेष स्थल है।

Gorighat jabalpur
Gorighat jabalpur

यहां मां नर्मदा का मंदिर घाट के बीच स्तिथ है। यहां का माहौल बहुत ही सुंदर होता है घाट के बीच में स्थित मां नर्मदा के मंदिर में लोग Boat से जाते हैं।

Gorighat jabalpur
Gorighat jabalpur

Gorighat Jabalpur का नाम पहले “ग्वारीघाट” था। लेकिन अब इसे बदलकर “गौरीघाट” का नाम दिया गया है। यह सुंदर स्थल नर्मदा नदी के किनारे स्थित है, और यह जगह प्राकृतिक सौंदर्य से लैस है। गौरीघाट नर्मदा के एक प्रमुख घाटों में से एक है और जबलपुर के लोगों के लिए एक सुंदर और सांस्कृतिक स्थल के रूप में महत्वपूर्ण है। इस स्थल का नया नाम “गौरीघाट” नए परिवर्तन का एक प्रतीक है।

Gorighat Jabalpur: कावड़ यात्रा

Gorighat jabalpur
Gorighat jabalpur

हर वर्ष सावन मास में Gorighat jabalpur से सावन के दूसरे सोमवार को यहां से विशाल कावड़ यात्रा निकाली जाती है। कावड़ यात्रा सुबह सुबह 6:00 बजे गौरीघाट से नर्मदा जल लेकर 35 किलोमीटर लंबी यात्रा को तय कर कैलाश धाम मंदिर पहुंचती है। इसमें हजारों लाखों की संख्या में लोग शामिल होते हैं, गौरीघाट से रेट नाका, रामपुर चौक, आदिगुरु शंकराचार्य चौक, तीनपत्ती, यातायात चौक, लालगंज चौक, बड़ा फुहारा, सराफा बाजार, से घमापुर चौक, कांचघर, गोकुलपुर, Ranjhi कमरिया चौक, से होकर कैलाश धाम मंदिर में इस यात्रा का समापन होता है।

इस स्थल का ऐतिहासिक महत्त्व उसके महाकालेश्वर मंदिर से जुड़ा है, जो विश्वभर में प्रमुख शिव मंदिरों में से एक है। गौरीघाट के इस मंदिर में महाकाल रूप में भगवान शिव की पूजा की जाती है और यह यात्रीगण के बीच में प्रसिद्ध है। गौरीघाट में हर वर्ष आने वाले यात्रीगण के बीच महाशिवरात्रि के दिनों में यहां भगवान शिव की आराधना और भक्ति का माहौल भी होता है।

पवित्र नर्मदा नदी का सुंदर घाट और विशेष मंदिर

पवित्र नर्मदा नदी के किनारे स्थित Gorighat jabalpur का एक अत्यंत सुंदर घाट है, जो श्री रामलला मंदिर, गणेश मंदिर, गुरुद्वारा, और जैन मंदिर जैसे विभिन्न मंदिरों के लिए प्रसिद्ध है। यहां आकर लोग नदी के किनारे बैठकर शांति और सुंदरता का आनंद लेते हैं।

Gorighat jabalpur
Gorighat jabalpur

गौरीघाट पर स्थित सिख मंदिर में आप गुरुवाणी को सुनकर अपनी आत्मा को शांत कर सकते हैं। यहां का वातावरण बहुत शांतिपूर्ण है, और नर्मदा मां की लहरों के साथ बैठकर यहां के पवित्रता का आनंद लिया जा सकता है। यहां पर Boating भी एक Romantic अनुभव प्रदान करती है।

Gorighat jabalpur
Gorighat jabalpur

नर्मदा नदी के तट पर स्थित गौरीघाट में विशाल पेड़-पौधे हैं, और बहुत स्वादिष्ट भोजन भी मिलता है। यहां की हरियाली और प्राकृतिक सौंदर्य मन को शांति और प्रकृति से जुड़ी भावना प्रदान करती है।

Gorighat Jabalpur पर्यटन का हब

Gorighat Jabalpur का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है, जो यहां के लोगों और विदेशी पर्यटकों को अपनी सुंदरता से अपनी तरफ खींचती है। यहां के मंदिर, कुंड, और धाराएं बहुत सुंदर है

गौरीघाट का संबंध स्थानीय सांस्कृतिक आधारों से है, और यहां के लोग अपनी परंपराएं और सांस्कृतिक विरासत को गर्व से निभा रहे हैं। यहां के लोग विभिन्न त्योहारों और मेलों में भाग लेकर अपनी सांस्कृतिक विरासत को बनाए रखते हैं।

Gorighat Jabalpur में सुन्दर Arti का Time

Gorighat jabalpur
Gorighat jabalpur

शाम के समय, गौरीघाट का पूरा क्षेत्र दीपों और लैंप्स से रौंगत में बदल जाता है, जिससे यहां की एक सुन्दर आरती का आयोजन होता है। इस आरती का समय 7 बजे से 7:30 के बीच होता है।

Entry प्रवेश:

प्रवेश का अधिकार बिना किसी शुल्क के होने के कारण, Gorighat Jabalpur एक आम आदमी के लिए खुला है। यहां आने वाले लोग धार्मिक संस्कार का अनुभव करते हैं और स्वतंत्रता से स्नान करने का आनंद लेते हैं।

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